Khawab Poetry of Amir Hamza Saqib

Khawab Poetry of Amir Hamza Saqib
नामअमीर हम्ज़ा साक़िब
अंग्रेज़ी नामAmir Hamza Saqib
जन्म की तारीख1971
जन्म स्थानBhiwandi

तिरे ख़याल के जब शामियाने लगते हैं

न तो बे-करानी-ए-दिल रही न तो मद्द-ओ-जज़्र-ए-तलब रहा

ख़याल-ए-यार का सिक्का उछालने में गया

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