Love Poetry of Ameen Rahat Chugtai
नाम | अमीन राहत चुग़ताई |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Ameen Rahat Chugtai |
जन्म की तारीख | 1930 |
ज़िंदगी एक सज़ा हो जैसे
तीरगी ही तीरगी है बाम-ओ-दर में कौन है
रोज़ जो मरता है इस को आदमी लिक्खो कभी
मंज़िल-ए-शम्स-ओ-क़मर से गुज़रे
किसी मकाँ के दरीचे को वा तो होना था
जो मय-कदे से भी दामन बचा बचा के चले
जरस-ए-मय ने पुकारा है उठो और सुनो
हमीं थे जान-ए-बहाराँ हमीं थे रंग-ए-तरब
देख कोह-ए-ना-रसा बन कर भरम रक्खा तिरा
आज वो फूल बना हुस्न-ए-दिल-आरा देखा