Sad Poetry of Ambarin Salahuddin
नाम | अम्बरीन सलाहुद्दीन |
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अंग्रेज़ी नाम | Ambarin Salahuddin |
रेत है सूरज है वुसअत है तन्हाई
वहशत
'क़ुर्रतुल-ऐन-हैदर'
जंगल
एक कहानी
दस्तरस
उस के ध्यान की दिल में प्यास जगा ली जाए
रस्ता रोकती ख़ामोशी ने कौन सी बात सुनानी है
मिरी आँखों में मंज़र धुल रहा था
क्यूँ अम्बर की पहनाई में चुप की राह टटोलें
कोई एहसास मुकम्मल नहीं रहने देता
हम सितारों में तिरा अक्स ना ढलने देंगे
बाम से ढल चुका है आधा दिन
असीर-ए-ख़्वाब नई जुस्तुजू के दर खोलें