Sad Poetry of Amar Singh Figar
नाम | अमर सिंह फ़िगार |
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अंग्रेज़ी नाम | Amar Singh Figar |
मजबूरियों में बाँट ले जो दर्द कौन है
किसे ख़याल कि इशरत के बाब कितने हैं
कौन कहता है कि तुम सोचो नहीं
जोश-ए-तकमील-ए-तमन्ना है ख़ुदा ख़ैर करे
जब कोई रास्ता नहीं होता
बैठा है सोगवार सितमगर के शहर में