Love Poetry of Amar Singh Figar
नाम | अमर सिंह फ़िगार |
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अंग्रेज़ी नाम | Amar Singh Figar |
फिर कोई मुश्किल जवाँ होने को है
मजबूरियों में बाँट ले जो दर्द कौन है
किसे ख़याल कि इशरत के बाब कितने हैं
कल एक शख़्स जो अच्छे-भले लिबास में था
जब कोई रास्ता नहीं होता
बैठा है सोगवार सितमगर के शहर में