Ghazals of Almas Shabi
नाम | अलमास शबी |
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अंग्रेज़ी नाम | Almas Shabi |
उस जबीं पर जो बल पड़े शायद
तुझ को आना पड़ा यहीं तो फिर
तेरे पहलू में जी रही थी कभी
सवाल कैसे करूँ मैं इस से जवाब है जो मिरी दुआ का
लगे जब सुबह की कश्ती किनारे शब
जब वो मुझ से कलाम करता है
जाने किस मोड़ पर मैं ने देखा नहीं
ग़म हँसी में छुपा दिया होगा
दिया मुंडेर पे दिल की जला रही हूँ मैं