यक़ीं मिस्ल-ए-ख़लील आतिश-नशीनी
यक़ीं अल्लाह मस्ती ख़ुद-गज़ीनी
सुन ऐ तहज़ीब-ए-हाज़िर के गिरफ़्तार
ग़ुलामी से बतर है बे-यक़ीनी
Gulzar
Mohsin Naqvi
Javed Akhtar
Faiz Ahmad Faiz
Rahat Indori
Allama Iqbal
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यक़ीं मोहकम अमल पैहम मोहब्बत फ़ातेह-ए-आलम
सर-गुज़िश्त-ए-आदम
पूछ उस से कि मक़्बूल है फ़ितरत की गवाही
ये पयाम दे गई है मुझे बाद-ए-सुब्ह-गाही
तिरी दुनिया जहान-ए-मुर्ग़-ओ-माही
तमीज़-ए-ख़ार-ओ-गुल से आश्कारा
मरक़द का शबिस्ताँ भी उसे रास न आया
बच्चे की दुआ
शुआ-ए-उम्मीद
ऋषी के फ़ाक़ों से टूटा न बरहमन का तिलिस्म
फ़रिश्ते आदम को जन्नत से रुख़्सत करते हैं