Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_4a2a489f9432e4a9aad5d0625a485277, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
अल्लामा इक़बाल Couplets In Hindi - Best अल्लामा इक़बाल Couplets Shayari & Poems - Darsaal

Coupletss of Allama Iqbal

Coupletss of Allama Iqbal
नामअल्लामा इक़बाल
अंग्रेज़ी नामAllama Iqbal
जन्म की तारीख1877
मौत की तिथि1938
जन्म स्थानLahore

ज़िंदगानी की हक़ीक़त कोहकन के दिल से पूछ

ज़मीर-ए-लाला मय-ए-लाल से हुआ लबरेज़

ज़माना अक़्ल को समझा हुआ है मिशअल-ए-राह

ज़माम-ए-कार अगर मज़दूर के हाथों में हो फिर क्या

यूँ तो सय्यद भी हो मिर्ज़ा भी हो अफ़्ग़ान भी हो

ये काएनात अभी ना-तमाम है शायद

ये जन्नत मुबारक रहे ज़ाहिदों को

ये है ख़ुलासा-ए-इल्म-ए-क़लंदरी कि हयात

यक़ीं मोहकम अमल पैहम मोहब्बत फ़ातेह-ए-आलम

यही ज़माना-ए-हाज़िर की काएनात है क्या

वो हर्फ़-ए-राज़ कि मुझ को सिखा गया है जुनूँ

वतन की फ़िक्र कर नादाँ मुसीबत आने वाली है

वजूद-ए-ज़न से है तस्वीर-ए-काएनात में रंग

उसे सुब्ह-ए-अज़ल इंकार की जुरअत हुई क्यूँकर

उरूज-ए-आदम-ए-ख़ाकी से अंजुम सहमे जाते हैं

उक़ाबी रूह जब बेदार होती है जवानों में

उमीद-ए-हूर ने सब कुछ सिखा रक्खा है वाइज़ को

तुझे किताब से मुमकिन नहीं फ़राग़ कि तू

तू शाहीं है परवाज़ है काम तेरा

तू क़ादिर ओ आदिल है मगर तेरे जहाँ में

तू ने ये क्या ग़ज़ब किया मुझ को भी फ़ाश कर दिया

तू है मुहीत-ए-बे-कराँ मैं हूँ ज़रा सी आबजू

तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ

तिरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया

तेरा इमाम बे-हुज़ूर तेरी नमाज़ बे-सुरूर

तमन्ना दर्द-ए-दिल की हो तो कर ख़िदमत फ़क़ीरों की

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं

सितारा क्या मिरी तक़दीर की ख़बर देगा

सौदा-गरी नहीं ये इबादत ख़ुदा की है

सौ सौ उमीदें बंधती है इक इक निगाह पर

अल्लामा इक़बाल Couplets in Hindi - Read famous अल्लामा इक़बाल Shayari, Couplets, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet अल्लामा इक़बाल. Free Download Best Couplets, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet अल्लामा इक़बाल. अल्लामा इक़बाल Ghazals and Inspirational Nazams for Students.