Coupletss of Ali Zaheer Lakhnavi
नाम | अली ज़हीर लखनवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ali Zaheer Lakhnavi |
कविताएं
Ghazal 5
Nazam 8
Couplets 7
Love 8
Sad 9
Heart Broken 8
Hope 4
Islamic 1
बारिश 2
ख्वाब 1
Sharab 1
ज़रा पर्दा हटा दो सामने से बिजलियाँ चमकें
वो तो था आदमी की तरह 'ज़हीर'
राज़-ए-ग़म-ए-उल्फ़त को ये दुनिया न समझ ले
नफ़रत से मोहब्बत को सहारे भी मिले हैं
मिरा ख़ून-ए-जिगर पुर-नूर बन जाए तो अच्छा हो
कान सुनते तो हैं लेकिन न समझने के लिए
हमारी ज़िंदगी क्या है मोहब्बत ही मोहब्बत है