Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_03a8223bd1eafc2e264c706d3b571fdd, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
मैं जहाँ तुम को बुलाता हूँ वहाँ तक आओ - अली सरदार जाफ़री कविता - Darsaal

मैं जहाँ तुम को बुलाता हूँ वहाँ तक आओ

मैं जहाँ तुम को बुलाता हूँ वहाँ तक आओ

मेरी नज़रों से गुज़र कर दिल-ओ-जाँ तक आओ

फिर ये देखो कि ज़माने की हवा है कैसी

साथ मेरे मिरे फ़िरदौस-ए-जवाँ तक आओ

हौसला हो तो उड़ो मेरे तसव्वुर की तरह

मेरी तख़्ईल के गुलज़ार-ए-जिनाँ तक आओ

तेग़ की तरह चलो छोड़ के आग़ोश-ए-नियाम

तीर की तरह से आग़ोश-ए-कमाँ तक आओ

फूल के गिर्द फिरो बाग़ में मानिंद-ए-नसीम

मिस्ल-ए-परवाना किसी शम-ए-तपाँ तक आओ

लो वो सदियों के जहन्नम की हदें ख़त्म हुईं

अब है फ़िरदौस ही फ़िरदौस जहाँ तक आओ

छोड़ कर वहम-ओ-गुमाँ हुस्न-ए-यक़ीं तक पहुँचो

पर यक़ीं से भी कभी वहम-ओ-गुमाँ तक आओ

इसी दुनिया में दिखा दें तुम्हें जन्नत की बहार

शैख़-जी तुम भी ज़रा कू-ए-बुताँ तक आओ

(1051) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao In Hindi By Famous Poet Ali Sardar Jafri. Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao is written by Ali Sardar Jafri. Complete Poem Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao in Hindi by Ali Sardar Jafri. Download free Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao Poem for Youth in PDF. Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao is a Poem on Inspiration for young students. Share Main Jahan Tumko Bulata Hun Wahan Tak Aao with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.