Love Poetry of Ali Muzammil
नाम | अली मुज़म्मिल |
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अंग्रेज़ी नाम | Ali Muzammil |
ये क्या कि ख़ल्क़ को पूरा दिखाई देता हूँ
तसव्वुर मुन्कशिफ़-अज़-बाम हो जाने से डरता हूँ
न माह-रू न किसी माहताब से हुई थी
ख़सारा-दर-ख़सारा कर लिया जाए
हर बुरे वक़्त के अफ़आ'ल बदल देता है