Heart Broken Poetry of Ali Akbar Abbas
नाम | अली अकबर अब्बास |
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अंग्रेज़ी नाम | Ali Akbar Abbas |
जन्म की तारीख | 1948 |
मैं लौह-ए-अर्ज़ पर नाज़िल हुआ सहीफ़ा हूँ
शुआएँ ऐसे मिरे जिस्म से गुज़रती गईं
पेश हर अहद को इक तेग़ का इम्काँ क्यूँ है
फ़रेब-ए-माह-ओ-अंजुम से निकल जाएँ तो अच्छा है
इक सदा की सूरत हम इस हवा में ज़िंदा हैं
तलाश-ए-आख़र
पानी में भी प्यास का इतना ज़हर मिला है
किसी पे बार-ए-दिगर भी निगाह कर न सके
कभी सर पे चढ़े कभी सर से गुज़रे कभी पाँव आन गिरे दरिया
जो ख़ुद को पाएँ तो फिर दूसरा तलाश करें
देखने में लगती थी भीगती सिमटती रात
बोसीदा ख़दशात का मलबा दूर कहीं दफ़नाओ
अँधेरी बस्तियाँ रौशन मनारे डूब जाएँगे