Love Poetry of Aleena Itrat
नाम | अलीना इतरत |
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अंग्रेज़ी नाम | Aleena Itrat |
जन्म स्थान | Noida |
मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ
शाम की पुरवाई
नज़्म तकमील
मुझे तो इंतिज़ार-ए-इश्क़ में ही लुत्फ़ आता है
आज फिर
ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैं ने
ये किस मुहिम पर चले थे हम जिस में रास्ते पुर-ख़तर न आए
सारे मौसम बदल गए शायद
पुकारते पुकारते सदा ही और हो गई
मौसम-ए-गुल पर ख़िज़ाँ का ज़ोर चल जाता है क्यूँ
जुनूँ में दामन-ए-दिल गरचे तार तार हुआ