Ghazals of Aleem Afsar
नाम | अलीम अफ़सर |
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अंग्रेज़ी नाम | Aleem Afsar |
न पूछ रब्त है क्या उस की दास्ताँ से मुझे
करना पड़ा था जिस के लिए ये सफ़र मुझे
हाथों से मेरे छीन कर दिल का मआल ले गई
चले थे भर के रेत जब सफ़र की जिस्म-ओ-जाँ में हम
बन के साहिल की निगाहों में तमाशा हम लोग
बन कर लहू यक़ीन न आए तो देख लें