Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_4a6e719cd5d61606df6c548a1310fc06, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
तुम हो या छेड़ती है याद-ए-सहर कोई तो है - अख़्तर सईद ख़ान कविता - Darsaal

तुम हो या छेड़ती है याद-ए-सहर कोई तो है

तुम हो या छेड़ती है याद-ए-सहर कोई तो है

खटखटाता है जो ये ख़्वाब का दर कोई तो है

दिल पे पड़ती हुई दुज़्दीदा-नज़र कोई तो है

जिस तरफ़ देख रहा हूँ मैं उधर कोई तो है

ऐसे नादाँ नहीं रातों में भटकने वाले

जागती आँखों में ख़ुर्शीद-ए-सहर कोई तो है

ख़ुद-बख़ुद हाथ गरेबाँ की तरफ़ उठते हैं

सरसराती सी हवाओं में ख़बर कोई तो है

किस का मुँह देख रही है सफ़र-आमादा हयात

सू-ए-मक़्तल ही सही राहगुज़र कोई तो है

तू मुझे देख मिरे पाँव के छालों पे न जा

ज़िंदगी तेरे लिए ख़ाक-बसर कोई तो है

दिन कटा सारा ख़राबों में भटकते 'अख़्तर'

शाम होती है चलो ख़ैर से घर कोई तो है

(797) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai In Hindi By Famous Poet Akhtar Saeed Khan. Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai is written by Akhtar Saeed Khan. Complete Poem Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai in Hindi by Akhtar Saeed Khan. Download free Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai Poem for Youth in PDF. Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Tum Ho Ya ChheDti Hai Yaad-e-sahar Koi To Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.