Ghazals of Akhtar Raza Saleemi
नाम | अख़्तर रज़ा सलीमी |
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अंग्रेज़ी नाम | Akhtar Raza Saleemi |
जन्म की तारीख | 1974 |
जन्म स्थान | Islamabad |
वो हुस्न-ए-सब्ज़ जो उतरा नहीं है डाली पर
वो भी क्या दिन थे क्या ज़माने थे
तुम्हारे होने का शायद सुराग़ पाने लगे
ख़बर नहीं थी किसी को कहाँ कहाँ कोई है
हमारे जिस्म अगर रौशनी में ढल जाएँ
फ़ुरात-ए-चश्म में इक आग सी लगाता हुआ
दिल ओ निगाह पे तारी रहे फ़ुसूँ उस का
बताएँ क्या कि कहाँ पर मकान होते थे
अंदेशे मुझे निगल रहे हैं