लज़्ज़त-ए-दर्द मिली जुर्म-ए-मोहब्बत में उसे
लज़्ज़त-ए-दर्द मिली जुर्म-ए-मोहब्बत में उसे
वो सज़ा पाई है दल ने कि ख़ता झूम उठी
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लज़्ज़त-ए-दर्द मिली जुर्म-ए-मोहब्बत में उसे
वो सज़ा पाई है दल ने कि ख़ता झूम उठी
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