ख़ुशी ही शर्त नहीं लुत्फ़-ए-ज़िंदगी के लिए
ख़ुशी ही शर्त नहीं लुत्फ़-ए-ज़िंदगी के लिए
मता-ए-ग़म भी ज़रूरी है आदमी के लिए
(915) Peoples Rate This
ख़ुशी ही शर्त नहीं लुत्फ़-ए-ज़िंदगी के लिए
मता-ए-ग़म भी ज़रूरी है आदमी के लिए
(915) Peoples Rate This