Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_1c7579d026e50a5f68441d2550917ad4, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
मोहब्बत है अज़िय्यत है हुजूम-ए-यास-ओ-हसरत है - अख़्तर अंसारी कविता - Darsaal

मोहब्बत है अज़िय्यत है हुजूम-ए-यास-ओ-हसरत है

मोहब्बत है अज़िय्यत है हुजूम-ए-यास-ओ-हसरत है

जवानी और इतनी दुख भरी कैसी क़यामत है

वो माज़ी जो है इक मजमुआ अश्कों और आहों का

न जाने मुझ को इस माज़ी से क्यूँ इतनी मोहब्बत है

लब-ए-दरिया मुझे लहरों से यूँही चहल करने दो

कि अब दिल को इसी इक शुग़्ल-ए-बे-मअ'नी में राहत है

तिरा अफ़्साना ऐ अफ़्साना-ख़्वाँ रंगीं सही मुमकिन

मुझे रूदाद-ए-इशरत सुन के रो देने की आदत है

कोई रोए तो मैं बे-वजह ख़ुद भी रोने लगता हूँ

अब 'अख़्तर' चाहे तुम कुछ भी कहो ये मेरी फ़ितरत है

(882) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai In Hindi By Famous Poet Akhtar Ansari. Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai is written by Akhtar Ansari. Complete Poem Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai in Hindi by Akhtar Ansari. Download free Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai Poem for Youth in PDF. Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Mohabbat Hai Aziyyat Hai Hujum-e-yas-o-hasrat Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.