ये ग़ाज़ा है काजल है उबटन है क्या है

ये ग़ाज़ा है काजल है उबटन है क्या है

ये रंग-ए-हिना दाग़-ए-दामन है क्या है

लटक है मटक है झटक है अदा है

खटक है धड़क है कि धड़कन है क्या है

हया की बहारें हैं रानाइयों पर

ये जल्वा है मस्ती है जोबन है क्या है

ये फैली हुई ख़ुशबुओं की घटाएँ

ये गेसू है काकुल है उलझन है क्या है

तबस्सुम की बिजली क़यामत की शोख़ी

ये बाराँ है बादल है कड़कन है क्या है

जो साज़-ए-सितम हर तरफ़ बज रहा है

वो पायल है चूड़ी है कंगन है क्या है

ये कैसी जगह है कि दिल खो रहा है

बयाबाँ है सहरा है गुलशन है क्या है

कहूँ मैं कभू शे'र ऐसा तो कहिए

शरारत है लग़्ज़िश है भटकन है क्या है

जुनूँ का असर 'आहन' बे-नवा पर

ये जादू है टोना है बंधन है क्या है

(1468) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai In Hindi By Famous Poet Akhlaq Ahmad Ahan. Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai is written by Akhlaq Ahmad Ahan. Complete Poem Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai in Hindi by Akhlaq Ahmad Ahan. Download free Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai Poem for Youth in PDF. Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Ye Ghaza Hai Kajal Hai UbTan Hai Kya Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.