Rubaais of Akbar Hyderabadi
नाम | अकबर हैदराबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Akbar Hyderabadi |
जन्म की तारीख | 1925 |
शो'ले हैं कहीं तेज़ कहीं हैं मद्धम
सर बस्ता हयात ज़ात गुंजान मिरी
क़ब्र-ए-दर-ओ-दीवार से आगे निकले
नफ़रत की हवा बन में चलाई किस ने
मिलता नहीं मुझ को नक़्श अपना मुझ में
मंजधार में हूँ पास किनारा भी नहीं
किस नहज से हम ने इक कहानी कह दी
कब फ़िक्र-ओ-ख़याल का असासा कम है
हर शय ब हर अंदाज़ अलग होती है
दुनिया कभी हो सकी न हमराज़ मिरी
बर्बाद सुकून-दर-ओ-दीवार न हो