Khawab Poetry of Akbar Allahabadi
नाम | अकबर इलाहाबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Akbar Allahabadi |
जन्म की तारीख | 1846 |
मौत की तिथि | 1921 |
जन्म स्थान | Allahabad |
मिस सीमीं बदन
दरबार1911
उन्हें निगाह है अपने जमाल ही की तरफ़
उम्मीद टूटी हुई है मेरी जो दिल मिरा था वो मर चुका है
तिरी ज़ुल्फ़ों में दिल उलझा हुआ है
रंग-ए-शराब से मिरी निय्यत बदल गई
न रूह-ए-मज़हब न क़ल्ब-ए-आरिफ़ न शाइराना ज़बान बाक़ी
हवा-ए-शब भी है अम्बर-अफ़्शाँ उरूज भी है मह-ए-मुबीं का
हल्क़े नहीं हैं ज़ुल्फ़ के हल्क़े हैं जाल के
दिल हो ख़राब दीन पे जो कुछ असर पड़े
दश्त-ए-ग़ुर्बत है अलालत भी है तन्हाई भी