Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_b134784729da04903b9bf1469e7922b3, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का - ऐतबार साजिद कविता - Darsaal

न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का

न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का

सो ये हाल इन दिनों है मिरे दिल की बे-कसी का

मैं शिकस्ता बाम ओ दर में जिसे जा के ढूँडता था

कोई याद थी किसी की कोई नाम था किसी का

मैं हवाओं से हिरासाँ वो घुटन से दिल-गिरफ़्ता

मैं चराग़ तीरगी का वो गुलाब रौशनी का

अभी रेल के सफ़र में हैं बहुत निहाल दोनों

कहीं रोग बन न जाए यही साथ दो घड़ी का

कोई शहर आ रहा है तो ये ख़ौफ़ आ रहा है

कोई जाने कब उतर ले कि भरोसा क्या किसी का

कोई मुख़्तलिफ़ नहीं है ये धुआँ ये राएगानी

कि जो हाल शहर का है वही अपनी शाइरी का

(1224) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka In Hindi By Famous Poet Aitbar Sajid. Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka is written by Aitbar Sajid. Complete Poem Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka in Hindi by Aitbar Sajid. Download free Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka Poem for Youth in PDF. Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka is a Poem on Inspiration for young students. Share Na Guman Maut Ka Hai Na KHayal Zindagi Ka with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.