ऐश देहलवी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ऐश देहलवी
नाम | ऐश देहलवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Aish Dehlvi |
जन्म की तारीख | 1779 |
मौत की तिथि | 1879 |
जन्म स्थान | Delhi |
अगर अपना कहा तुम आप ही समझे तो क्या समझे
सीने में इक खटक सी है और बस
कलाम-ए-मीर समझे और ज़बान-ए-मीरज़ा समझे
बे-सबाती चमन-ए-दहर की है जिन पे खुली
ऐ शम्अ सुब्ह होती है रोती है किस लिए
तू ही इंसाफ़ से कह जिस का ख़फ़ा यार रहे
शोर अब आलम में है उस शोबदा-पर्दाज़ का
फूल अल्लाह ने बनाए हैं महकने के लिए
फिरा किसी का इलाही किसी से यार न हो
न छोड़ी ग़म ने मिरे इक जिगर में ख़ून की बूँद
मेरा शिकवा तिरी महफ़िल में अदू करते हैं
मैं बुरा ही सही भला न सही
क्या हुए आशिक़ उस शकर-लब के
कुछ कम नहीं हैं शम्अ से दिल की लगन में हम
किसी की नेक हो या बद जहाँ में ख़ू नहीं छुपती
जुरअत ऐ दिल मय ओ मीना है वो ख़ुद-काम भी है
जो होता आह तिरी आह-ए-बे-असर में असर
जिस दिल में तिरी ज़ुल्फ़ का सौदा नहीं होता
दोस्त जब दिल सा आश्ना ही नहीं
बातें न किस ने हम को कहीं तेरे वास्ते
आशिक़ों को ऐ फ़लक देवेगा तू आज़ार क्या