Ghazals of Ain Irfan
नाम | ऐन इरफ़ान |
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अंग्रेज़ी नाम | Ain Irfan |
जन्म की तारीख | 1984 |
तन्हा तन्हा सहमी सहमी ख़ामोशी
रात-भर रोने का दिन था
रात इक हादसा हुआ मुझ में
क़ल्ब की बंजर ज़मीं पर ख़्वाहिशें बोते हुए
क्या किसी बात की सज़ा है मुझे
ख़ुद अपने साथ धोका क्यूँ करूँ मैं
कभी जो मिल न सकी उस ख़ुशी का हासिल है
हो दिन कि चाहे रात कोई मसअला नहीं
हादसा कौन सा हुआ पहले
इक साया मेरे जैसा है
इक परिंदा शाख़ पर बैठा हुआ
धुँद है या धुआँ समझता हूँ
बला की धूप थी मैं जल रहा था
आहों की आज़ारों की आवाज़ें थीं