लहर से लहर का नाता क्या है

लहर से लहर का नाता क्या है

मुझ पे इल्ज़ाम फिर आता क्या है

बोलती आँख में बिल्लोर की रूह

संग-ए-आवाज़ उठाता क्या है

रोज़ ओ शब बेच दिए हैं मैं ने

इस बुलंदी से गिराता क्या है

लाखों बरसों के सफ़र से हासिल

देखना क्या है दिखाता क्या है

तीर अंधे हैं शिकारी अंधा

खेल है खेल में जाता क्या है

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Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai In Hindi By Famous Poet Ahsan Yusuf Zai. Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai is written by Ahsan Yusuf Zai. Complete Poem Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai in Hindi by Ahsan Yusuf Zai. Download free Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai Poem for Youth in PDF. Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Lahar Se Lahar Ka Nata Kya Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.