क़ासिद नई अदा से अदा-ए-पयाम हो

क़ासिद नई अदा से अदा-ए-पयाम हो

मतलब ये है कि बात न हो और कलाम हो

बाक़ी है शौक़ राह में क्यूँकर क़याम हो

हाथ आएँ उन के पाँव तो मंज़िल तमाम हो

क्या ख़ुश हो दिल कि है वो जफ़ा-जू ज़मीं से दूर

तुम कैसे आसमान के क़ाएम-मक़ाम हो

फ़रमाँ-रवा-ए-हुस्न को होता नहीं फ़रोग़

जब तक न इश्क़ उस का मुदारुलमहाम हो

'अहसन' वो सुन के शिकवा-ए-तशहीर कह गए

हम जानते हैं तुम को बड़े नेक-नाम हो

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Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho In Hindi By Famous Poet Ahsan Marahravi. Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho is written by Ahsan Marahravi. Complete Poem Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho in Hindi by Ahsan Marahravi. Download free Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho Poem for Youth in PDF. Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho is a Poem on Inspiration for young students. Share Qasid Nai Ada Se Ada-e-payam Ho with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.