शब-ओ-रोज़ नख़्ल-ए-वजूद को नया एक बर्ग-ए-अना दिया
शब-ओ-रोज़ नख़्ल-ए-वजूद को नया एक बर्ग-ए-अना दिया
हमें इंहिराफ़ का हौसला भी दिया तो मिस्ल-ए-दुआ दिया
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शब-ओ-रोज़ नख़्ल-ए-वजूद को नया एक बर्ग-ए-अना दिया
हमें इंहिराफ़ का हौसला भी दिया तो मिस्ल-ए-दुआ दिया
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