इल्म का दम भरना छोड़ो भी और अमल को भूल भी जाओ
इल्म का दम भरना छोड़ो भी और अमल को भूल भी जाओ
आईना-ख़ाने में हो साहिब फ़िक्र करो हैरानी की
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इल्म का दम भरना छोड़ो भी और अमल को भूल भी जाओ
आईना-ख़ाने में हो साहिब फ़िक्र करो हैरानी की
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