Hope Poetry of Ahmad Shahid Khan
नाम | अहमद शाहिद ख़ाँ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ahmad Shahid Khan |
कविताएं
Ghazal 8
Couplets 3
Love 5
Sad 5
Heart Broken 5
Bewafa 1
Hope 5
Friendship 1
Sufi 2
बारिश 1
ख्वाब 1
Sharab 3
शम्अ की तरह से जलना सीख औरों के लिए
सारा आलम धुआँ धुआँ क्यूँ है
जब तक ग़ुबार-ए-राह मिरा हम-सफ़र रहा
दुनिया सभी बातिल की तलबगार लगे है
दिल की ख़्वाहिश बढ़ते बढ़ते तूफ़ाँ होती जाती है