Ghazals of Ahmad Sajjad Babar
नाम | अहमद सज्जाद बाबर |
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अंग्रेज़ी नाम | Ahmad Sajjad Babar |
फूल ख़ुशबू उन पे उड़ती तितलियों की ख़ैर हो
फ़ड़फ़ड़ाता हुआ परिंदा है
जिस जगह आगही मुक़य्यद है
जागती शब ख़ुदा-हाफ़िज़
दियों से वा'दे वो कर रही थी अजीब रुत थी
बुझती हुई आँखों का अकेला वो दिया था