Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_400d3c0a18bb3d3f8249a4a9afacf0b7, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
अपने माहौल से थे क़ैस के रिश्ते क्या क्या - अहमद नदीम क़ासमी कविता - Darsaal

अपने माहौल से थे क़ैस के रिश्ते क्या क्या

अपने माहौल से थे क़ैस के रिश्ते क्या क्या

दश्त में आज भी उठते हैं बगूले क्या क्या

इश्क़ मे'आर-ए-वफ़ा को नहीं करता नीलाम

वर्ना इदराक ने दिखलाए थे रस्ते क्या क्या

ये अलग बात कि बरसे नहीं गरजे तो बहुत

वर्ना बादल मिरे सहराओं पे उमडे क्या क्या

आग भड़की तो दर-ओ-बाम हुए राख के ढेर

और देते रहे अहबाब दिलासे क्या क्या

लोग अशिया की तरह बिक गए अशिया के लिए

सर-ए-बाज़ार तमाशे नज़र आए क्या क्या

लफ़्ज़ किस शान से तख़्लीक़ हुआ था लेकिन

उस का मफ़्हूम बदलते रहे नुक़्ते क्या क्या

इक किरन तक भी न पहुँची मिरे बातिन में 'नदीम'

सर-ए-अफ़्लाक दमकते रहे तारे क्या क्या

(1135) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya In Hindi By Famous Poet Ahmad Nadeem Qasmi. Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya is written by Ahmad Nadeem Qasmi. Complete Poem Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya in Hindi by Ahmad Nadeem Qasmi. Download free Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya Poem for Youth in PDF. Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya is a Poem on Inspiration for young students. Share Apne Mahaul Se The Qais Ke Rishte Kya Kya with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.