Friendship Poetry of Ahmad Ata

Friendship Poetry of Ahmad Ata
नामअहमद अता
अंग्रेज़ी नामAhmad Ata

ये जो रातों को मुझे ख़्वाब नहीं आते 'अता'

मिरे लिए तिरा होना अहम ज़ियादा है

मैं तिरी मानता लेकिन जो मिरा दिल है ना

मैं न होने से हुआ या'नी बड़ी तक़्सीर की

कोई गुमाँ हूँ कोई यक़ीं हूँ कि मैं नहीं हूँ

हमारा इश्क़ सलामत है यानी हम अभी हैं

इक अश्क बहा होगा

बेबसी ऐसी भी होती है भला

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