Hope Poetry of Agha Shayar Qazalbash

Hope Poetry of Agha Shayar Qazalbash
नामआग़ा शाएर क़ज़लबाश
अंग्रेज़ी नामAgha Shayar Qazalbash
जन्म की तारीख1871
मौत की तिथि1940

तुम कहाँ वस्ल कहाँ वस्ल की उम्मीद कहाँ

उर्यां ही रहे लाश ग़रीब-उल-वतनी में

उन्स अपने में कहीं पाया न बेगाने में था

रोने से जो भड़ास थी दिल की निकल गई

जब्र को इख़्तियार कौन करे

गिरी गिर कर उठी पलटी तो जो कुछ था उठा लाई

बहार आई है फिर चमन में नसीम इठला के चल रही है

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