Friendship Poetry of Agha Shayar Qazalbash
नाम | आग़ा शाएर क़ज़लबाश |
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अंग्रेज़ी नाम | Agha Shayar Qazalbash |
जन्म की तारीख | 1871 |
मौत की तिथि | 1940 |
कविताएं
Ghazal 21
Couplets 12
Love 17
Sad 14
Heart Broken 15
Bewafa 3
Hope 7
Friendship 5
Islamic 8
Sufi 2
ख्वाब 3
Sharab 4
शाइर-ए-रंगीं फ़साना हो गया
मुझ को आता है तयम्मुम न वज़ू आता है
मिरे करीम इनायत से तेरी क्या न मिला
क्या कर रहे हो ज़ुल्म करो राह राह का
बुतों के वास्ते तो दीन-ओ-ईमाँ बेच डाले हैं