Khawab Poetry of Agha Hajju Sharaf

Khawab Poetry of Agha Hajju Sharaf
नामआग़ा हज्जू शरफ़
अंग्रेज़ी नामAgha Hajju Sharaf

नहीं करते वो बातें आलम-ए-रूया में भी हम से

कभी जो यार को देखा तो ख़्वाब में देखा

सन्नाटे का आलम क़ब्र में है है ख़्वाब-ए-अदम आराम नहीं

नाहक़ ओ हक़ का उन्हें ख़ौफ़-ओ-ख़तर कुछ भी नहीं

ख़ुदा-मालूम किस की चाँद से तस्वीर मिट्टी की

घिसते घिसते पाँव में ज़ंजीर आधी रह गई

आग़ा हज्जू शरफ़ ख्वाब Poetry in Hindi - Read famous ख्वाब Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by आग़ा हज्जू शरफ़. Largest collection of ख्वाब Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by आग़ा हज्जू शरफ़. Share the आग़ा हज्जू शरफ़ ख्वाब Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.