अफ़ज़ल परवेज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अफ़ज़ल परवेज़
नाम | अफ़ज़ल परवेज़ |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Afzal Parvez |
फ़ुसूँ टूटता है
वक़्त के तूफ़ानी सागर में क्रोध कपट के रेले हैं
मैं ने दिल-ए-बे-ताब पे जो जब्र किया है
लैला सर-ब-गरेबाँ है मजनूँ सा आशिक़-ए-ज़ार कहाँ
ख़ुश-क़िस्मत हैं वो जो गाँव में लम्बी तान के सोते हैं
कारज़ार-ए-इश्क़-ओ-सर-मस्ती में नुसरत-याब हों
जो दर्द-ए-दिल कहो आहिस्ता बोलो
हुस्न हीरे की कनी हो जैसे
गर्द उड़े या कोई आँधी ही चले