Sad Poetry of Afzal Gauhar Rao
नाम | अफ़ज़ल गौहर राव |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Afzal Gauhar Rao |
जन्म की तारीख | 1965 |
जन्म स्थान | Sargodha |
तुम्हें ही सहरा सँभालने की पड़ी हुई है
क्या मुसीबत है कि हर दिन की मशक़्क़त के एवज़
किस प्यास से ख़ाली हुआ मश्कीज़ा हमारा
हिज्र में इतना ख़सारा तो नहीं हो सकता
एक ही दाएरे में क़ैद हैं हम लोग यहाँ
ज़मीं से आगे भला जाना था कहाँ मैं ने
ये जो सूरज है ये सूरज भी कहाँ था पहले
तेरी दुनिया से ये दिल इस लिए घबराता है
नींद आई न खुला रात का बिस्तर मुझ से
इसी लिए भी नए सफ़र से बंधे हुए हैं
हिज्र में इतना ख़सारा तो नहीं हो सकता
चुप-चाप निकल आए थे सहरा की तरफ़ हम