Heart Broken Poetry of Afzal Allahabadi
नाम | अफ़ज़ल इलाहाबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Afzal Allahabadi |
ये हक़ीक़त है वो कमज़ोर हुआ करती हैं
ये बता दे मुझ को मेरे दिल किसे आवाज़ दूँ
सुलगती रेत पे तहरीर जो कहानी है
मिरी दीवानगी की हद न पूछो तुम कहाँ तक है
किसी की याद रुलाये तो क्या किया जाए
कर दिया ख़ुद को समुंदर के हवाले हम ने
जो मिरी आरज़ू नहीं करता
हर नग़मा-ए-पुर-दर्द हर इक साज़ से पहले
ग़ज़ल का हुस्न है और गीत का शबाब है वो
ग़मों की धूप में मिलते हैं साएबाँ बन कर
बुलंदी से कभी वो आश्नाई कर नहीं सकता
अश्क आँखों में लिए आठों पहर देखेगा कौन
अब तो हर एक अदाकार से डर लगता है