Heart Broken Poetry of Afzal Ahmad Syed
नाम | अफ़ज़ाल अहमद सय्यद |
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अंग्रेज़ी नाम | Afzal Ahmad Syed |
जन्म की तारीख | 1946 |
जन्म स्थान | Karachi |
यही बहुत थे मुझे नान ओ आब ओ शम्अ ओ गुल
मैं दिल को उस की तग़ाफ़ुल-सरा से ले आया
ज़िंदगी हमारे लिए कितना आसान कर दी गई है
वो अपने आँसू एक नाज़ुक हेयर ड्रायर से सुखाती है
तुम ख़ूब-सूरत दाएरों में रहती हो
सिर्फ़ ग़ैर-अहम शाएर
शाइरी मैं ने ईजाद की
समुंदर ने तुम से क्या कहा
मोहब्बत
क्या आग सब से अच्छी ख़रीदार है
कौन शाएर रह सकता है
जिस का कोई इंतिज़ार न कर रहा हो
जंगल के पास एक औरत
हम कसी से पूछे बग़ैर ज़िंदा रहते हैं
एक तलवार की दास्तान
अगर उन्हें मालूम हो जाए
अगर हम गीत न गाते
आख़िरी दलील
ये नहर-ए-आब भी उस की है मुल्क-ए-शाम उस का
सितम की तेग़ पे ये दस्त-ए-बे-नियाम रक्खा
रौशन वो दिल पे मेरे दिल-आज़ार से हुआ
कोई न हर्फ़-ए-नवेद-ओ-ख़बर कहा उस ने
कभी न ख़ुद को बद-अंदेश-ए-दश्त-ओ-दर रक्खा
गिरा तो गिर के सर-ए-ख़ाक-ए-इब्तिज़ाल आया
इक शाम ये सफ़्फ़ाक ओ बद-अंदेश जला दे
दुआ की राख पे मरमर का इत्र-दाँ उस का
बहुत न हौसला-ए-इज़्ज़-ओ-जाह मुझ से हुआ