Love Poetry of Afzaal Firdaus
नाम | अफ़ज़ाल फ़िरदौस |
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अंग्रेज़ी नाम | Afzaal Firdaus |
जन्म की तारीख | 1957 |
रंग आ जाते मुट्ठी में जुगनू बन कर
किसी ने मुझ से कह दिया था ज़िंदगी पे ग़ौर कर
इस तरह सताया है परेशान किया है
मैं ख़ाक में मिले हुए गुलाब देखता रहा
कर भी लूँ अगर ख़्वाब की ताबीर कोई और
इस तरह सताया है परेशान किया है
ग़म का मौसम बीत गया सो रोना क्या
दीवारों में दर होता तो अच्छा था