दीवारों में दर होता तो अच्छा था

दीवारों में दर होता तो अच्छा था

अपना कोई घर होता तो अच्छा था

उस का रंगीं आँचल ओढ़ के सो जाते

और ऐसा अक्सर होता तो अच्छा था

रंग आ जाते मुट्ठी में जुगनू बन कर

ख़ुशबू का पैकर होता तो अच्छा था

बादल पर्बत झरने पेड़ परिंदे चुप

वो भी साथ अगर होता तो अच्छा था

क्यूँ आवारा फिरते सूनी गलियों में

कोई अगर घर पर होता तो अच्छा था

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Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha In Hindi By Famous Poet Afzaal Firdaus. Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha is written by Afzaal Firdaus. Complete Poem Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha in Hindi by Afzaal Firdaus. Download free Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha Poem for Youth in PDF. Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha is a Poem on Inspiration for young students. Share Diwaron Mein Dar Hota To Achchha Tha with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.