Sad Poetry of Aftab Iqbal Shamim
नाम | आफ़ताब इक़बाल शमीम |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Aftab Iqbal Shamim |
जन्म की तारीख | 1933 |
जन्म स्थान | pakistan |
मुंकिर का ख़ौफ़
काया का कर्ब
हिज्र-ज़ाद
दीवार-ए-चीन
वो इत्र-ए-ख़ाक अब कहाँ पानी की बास में
वो अपने जुज़्व में खोया गया है इस हद तक
वैसे तो बहुत धोया गया घर का अंधेरा
तमीज़-ए-पिसर-ए-ज़मीन व इब्न-ए-फ़लक न करना
तमीज़-ए-फ़र्ज़ंद-ए-अर्ज़-ओ-इब्न-ए-फ़लक न करना
रिज़्क़ का जब नादारों पर दरवाज़ा बंद हुआ
नज़र के सामने रहना नज़र नहीं आना
कभी ख़ुद को दर्द-शनास करो कभी आओ ना
जब चाहा ख़ुद को शाद या नाशाद कर लिया
दिखाई जाएगी शहर-ए-शब में सहर की तमसील चल के देखें
बात एक जैसी है हज्व या क़सीदा लिख
असीर-ए-हाफ़िज़ा हो आज के जहान में आओ