Heart Broken Poetry of Aftab Iqbal Shamim
नाम | आफ़ताब इक़बाल शमीम |
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अंग्रेज़ी नाम | Aftab Iqbal Shamim |
जन्म की तारीख | 1933 |
जन्म स्थान | pakistan |
ख़्वाब के आगे शिकस्त-ए-ख़्वाब का था सामना
काया का कर्ब
हिज्र-ज़ाद
ये जो ठहरा हुआ मंज़र है बदलता ही नहीं
वो इत्र-ए-ख़ाक अब कहाँ पानी की बास में
वो अपने जुज़्व में खोया गया है इस हद तक
वैसे तो बहुत धोया गया घर का अंधेरा
रिज़्क़ का जब नादारों पर दरवाज़ा बंद हुआ
फिर बपा शहर में अफ़रातफ़री कर जाए
मिसाल-ए-सैल-ए-बला न ठहरे हवा न ठहरे
कहीं सोता न रह जाऊँ सदा दे कर जगाओ ना
कभी ख़ुद को दर्द-शनास करो कभी आओ ना
जब वो इक़रार-ए-आश्नाई करे
जब चाहा ख़ुद को शाद या नाशाद कर लिया
हज़ीमतें जो फ़ना कर गईं ग़ुरूर मिरा
हर किसी का हर किसी से राब्ता टूटा हुआ
हाँफती नद्दी में दम टूटा हुआ था लहर का
हाँ उसी दिन धूप में हरियालियाँ शामिल हुईं
दिखाई जाएगी शहर-ए-शब में सहर की तमसील चल के देखें
अपनी कैफ़िय्यतें हर आन बदलती हुई शाम