Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_1533d69795ff1038e4d2a3097e71146c, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
राहत-ए-जाँ से तो ये दिल का वबाल अच्छा है - अदीम हाशमी कविता - Darsaal

राहत-ए-जाँ से तो ये दिल का वबाल अच्छा है

राहत-ए-जाँ से तो ये दिल का वबाल अच्छा है

उस ने पूछा तो है इतना तिरा हाल अच्छा है

माह अच्छा है बहुत ही न ये साल अच्छा है

फिर भी हर एक से कहता हूँ कि हाल अच्छा है

तिरे आने से कोई होश रहे या न रहे

अब तलक तो तिरे बीमार का हाल अच्छा है

ये भी मुमकिन है तिरी बात ही बन जाए कोई

उसे दे दे कोई अच्छी सी मिसाल अच्छा है

दाएँ रुख़्सार पे आतिश की चमक वज्ह-ए-जमाल

बाएँ रुख़्सार की आग़ोश में ख़ाल अच्छा है

आओ फिर दिल के समुंदर की तरफ़ लौट चलें

वही पानी वही मछली वही जाल अच्छा है

कोई दीनार न दिरहम न रियाल अच्छा है

जो ज़रूरत में हो मौजूद वो माल अच्छा है

क्यूँ परखते हो सवालों से जवाबों को 'अदीम'

होंट अच्छे हों तो समझो कि सवाल अच्छा है

(1687) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai In Hindi By Famous Poet Adeem Hashmi. Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai is written by Adeem Hashmi. Complete Poem Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai in Hindi by Adeem Hashmi. Download free Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai Poem for Youth in PDF. Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Rahat-e-jaan Se To Ye Dil Ka Wabaal Achchha Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.