Heart Broken Poetry of Abrar Hamid
नाम | अबरार हामिद |
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अंग्रेज़ी नाम | Abrar Hamid |
शाम से मिलने गया तो रात ने ठहरा लिया
क्या क्या धरे अजूबे हैं शहर-ए-ख़याल में
ख़ुशी के वक़्त भी तुझ को मलाल कैसा है
ख़ुश-बख़्त हैं आज़ाद हैं जो अपने सुख़न में
बिफरी लहरें रात अँधेरी और बला की आँधी है
भड़क उठा है अलाव तुम्हारी फ़ुर्क़त का
अगर तू साथ चल पड़ता सफ़र आसान हो जाता