Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_883f98163273662f79bd45df232f61ea, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
मौत दिल से लिपट गई उस शब - अबरार अहमद कविता - Darsaal

मौत दिल से लिपट गई उस शब

एक ख़्वाब-ए-हज़ीमत दुनिया

एक आहट दवाम ख़्वाहिश की

एक जोड़ी क़दीम हाथों की

और आँखों के बंद फ़र्ग़ुल में

एक ख़्वाहिश हमेशा रहने की

एक बिस्तर पुरानी यादों का

और सोया हुआ दिल-ए-वहशी

आहनी उँगलियों के पंजे में

इक घनी तीरगी के रस्ते में

ज़ाइक़ा भूली-बिसरी बारिश का

एक साया झुका हुआ दिल पर

देर तक आसमाँ से गिरती हुई

एक मद्धम सदा दरीचों में

एक पुर-शोर सैल की आवाज़

साँस की सिलवटें डुबोती हुई

कौन था इस समय के आँगन में

जागती रात को थपकता हुआ

कौन था रात-दिन के फेरे में

गई दुनियाओं से उभरता हुआ

रो रहा था दयार-ए-ग़ुर्बत में

और मादूम के इलाक़े में

अपनी आँखों में डाल कर मिट्टी

ख़्वाब तकता हुआ मैं बचपन के

एक हँसते हुए गुज़िश्ता में

(1023) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab In Hindi By Famous Poet Abrar Ahmad. Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab is written by Abrar Ahmad. Complete Poem Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab in Hindi by Abrar Ahmad. Download free Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab Poem for Youth in PDF. Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab is a Poem on Inspiration for young students. Share Maut Dil Se LipaT Gai Us Shab with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.