आबिद वदूद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का आबिद वदूद
नाम | आबिद वदूद |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Abid Wadood |
जन्म की तारीख | 1953 |
यज़ीद-ए-वक़्त ने अब के लगाई है क़दग़न
तिरे हाथों में है तिरी क़िस्मत
शहर ये सायों का है इस में बनी-आदम कहाँ
सर पर गिरे मकान का मलबा ही रख लिया
सब अपने अपने तरीक़े से भीक माँगते हैं
मैं बारिशों में बहुत भीगता रहा 'आबिद'
मगर ये तीरगी जाने का नाम लेती नहीं
कोई मंज़र भी नहीं अच्छा लगा
इस ए'तिबार पे काटी है हम ने उम्र-ए-अज़ीज़
हम किसी सुल्ताँ के ताबे नहीं 'आबिद-वदूद'
हम फ़क़ीरों का पैरहन है धूप
अब क़फ़स और गुलिस्ताँ में कोई फ़र्क़ नहीं
तेरी दुनिया की कज-अदाई से
फटा हुआ जो गरेबाँ दिखाई देता है
न घर सुकून-कदा है न कारख़ाना-ए-इश्क़
जब से दरिया में है तुग़्यानी बहुत
जाने किस सम्त को भटका साया
हाथ में माहताब हो जैसे
अपने अंदर भी हम-नवाई नहीं