अब्दुर रऊफ़ उरूज कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अब्दुर रऊफ़ उरूज
नाम | अब्दुर रऊफ़ उरूज |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdur Rauf Urooj |
ज़ुल्मतें वहशत-ए-फ़र्दा से निढाल
ज़िंदगी अज़्मत-ए-हाज़िर के बग़ैर
ये तबस्सुम का उजाला ये निगाहों की सहर
नफ़स के लोच को ख़ंजर बनाना चाहती है
ख़मोशी मेरी लय में गुनगुनाना चाहती है
कुछ न किया अरबाब-ए-जुनूँ ने फिर भी इतना काम किया
ख़मोशी मेरी लय में गुनगुनाना चाहती है
जादा-ए-मय पे गुज़र ख़्वाबों का
आज यादों ने अजब रंग बिखेरे दिल में