Hope Poetry of Abdur Rahim Nashtar
नाम | अब्दुर्रहीम नश्तर |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdur Rahim Nashtar |
जन्म स्थान | Aurangabad |
देख रहा था जाते जाते हसरत से
वो शख़्स जिस ने ख़ुद अपना लहू पिया होगा
सफ़ेद-पोश दरिंदों ने गुल खिलाए थे
पंछियों के रू-ब-रू क्या ज़िक्र-ए-नादारी करूँ
मैं तेरी चाह में झूटा हवस में सच्चा हूँ
इन काली सड़कों प अक्सर ध्यान आया
अगर हो ख़ौफ़-ज़दा ताक़त-ए-बयाँ कैसी